क्या आप खाने-पीने के शौकीन हैं, लेकिन हमेशा शुगर लेवल के बढ़ने के डर से अपनी खाने-पीने की इच्छाओं को दिल में ही दबा लेते हैं? यदि आप खाने के शौकीन हैं और बिना भूख के भी खा लेते हैं, तो यकीनन यह आपके शुगर लेवल को प्रभावित करेगा। खासकर हमारा भारतीय खानपान, मिठाइयों के बिना अधूरा है। लेकिन ज़रूरी नहीं कि यदि खाने में मिठास हो तो, जीवन में भी मिठास होगी ही।
हालाँकि कभी-कभार किसी खास मौके पर मीठे के सेवन से बहुत नुक्सान तो नहीं होता, लेकिन नियमित मीठे का सेवन, आपके स्वस्थ्य पर अल्पकालिक या दीर्घकालिक रूप से प्रभाव डाल सकता है। इसका कारण है मीठे में पाए जाने वाले लाभकारी पोषक तत्वों की कमी और हानिकारक तत्वों जैसे कि संतृप्त वसा, शर्करा और कृत्रिम शर्करा आदि का शामिल होना ।
सभी मिठाइयों में न्यूट्रियंट्स की मात्रा अलग-अलग होती है इसीलिए अलग-अलग उत्पादों के प्रभाव भी अलग हो सकते हैं, इसीलिए मीठे का अधिक सेवन मधुमेह के रोगियों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
लेकिन अब आपको मधुमेह के कारण खानपान के साथ बहुत अधिक समझौता करने की ज़रुरत नहीं है। क्योंकि आईएमसी है ना !
आईएमसी हमें आयुर्वेद के खजाने से ऐसे उत्पाद देती है जो न सिर्फ रोगों से मुक्ति दिलाने में सहायक है बल्कि, एक स्वस्थ जीवनशैली भी देती है। जिनमें से मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत ही शानदार उत्पाद हैं शुगर अवे रस। यदि आप, मधुमेह के प्रारंभिक लक्षणों जैसे कि अत्यधिक प्यास या भूख, पेशाब में अनियमित वृद्धि, असामान्य वजन बढ़ने या घटने, या थकान, इत्यादि से परेशान हैं तो चिकित्सक के परामर्श अनुसार आपको आज से ही आईएमसी शुगर अवे रस अपने दिनचर्या में इस्तेमाल करना शुरू कर देना चाहिए।
आईएमसी शुगर अवे रस और टैबलेट्स यह कई जड़ी-बूटियों से मिलकर बना है, जिसमें शामिल शुद्ध शिलाजीत खून में ग्लूकोस के लेवल को नियंत्रित और लिपिड प्रोफाइल में सुधार करता है। इसमें मौजूद करेला सत्त में इंसुलिन जैसा प्रोटीन होता है जिसे पोलीपेप्टाइड पी के रूप में जाना जाता है यह शरीर में इंसुलिन की तरह काम करता है और मधुमेह के रोगियों में रक्त शुगर के स्तर को कम करता है इसके आलावा इसमें शामिल गिलोय हाइपोग्लाइसेमिक एजेंट के रूप में काम करता है जिस वजह से आईएमसी शुगर अवे रस के ज़रिये मधुमेह के रोगियों को उपचार में मदद मिलती है।
आईएमसी का यह चमत्कारी उत्पाद टेबलेट्स के रूप में भी उपलब्ध है जो कि बराबर ही प्रभावशाली है। आईएमसी शुगर अवे टेबलेट्स 100 प्रतिशत आयुर्वेदिक और प्राकृतिक औषधीय गुणों से परिपूर्ण है। एलोवेरा सत्त, करेला सत्त, शुद्ध शिलाजीत सत्त और लेह बेरी के मिश्रण से तैयार यह प्रोडक्ट विशेषज्ञों द्वारा किये गए कठोर अनुसन्धान के बाद तैयार किया जाता है। इसका नियमित इस्तेमाल मधुमेह के रोगियों के लिए बेहद ही लाभकारी है।
आईएमसी हर्बल नीम प्योर टैबलेट्स
मधुमेह के रोगियों के लिए दूसरा बेहतरीन प्रोडक्ट हैं, आईएमसी हर्बल नीम प्योर टैबलेट्स । जड़ी-बूटियों से युक्त आईएमसी हर्बल नीम प्योर टैबलेट्स रक्त की अशुद्धियों को दूर करने तथा मधुमेह को रोकने में सहायक है। यह डीएनए क्षति को रोकने और उनकी मरम्मत करने वाले औषधीय गुणों से भरपूर है। इसमें मौजूद एंटी-एजिंग और एंटी आक्सिडेंट रक्त में शुगर की मात्रा को कम करते हैं। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने, कैंसर से लड़ने, और लिवर एवं आंतों को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है। इस तरह आईएमसी हर्बल नीम प्योर टेबलेट्स औषधीय गुणों से भरपूर कई बिमारियों के उपचार में सहायक सिद्ध होती है।
आईएमसी स्टीविआ फोस मधुमेह से दूर रहने के लिए मीठे से दूरी बनानी जरूरी है लेकिन, अच्छे स्वस्थ के लिए शरीर को हर प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है जिसमें मीठा भी शामिल है। ऐसी स्थिति में मधुमेह के रोगियों के लिए आईएमसी प्रस्तुत करती है, स्टीविआ फोस। आईएमसी स्टीविआ फोस एक हर्बल उत्पाद है, जो स्टेविया हर्ब से बना है। स्टीविया फोस एक कृत्रिम स्वीटनर है इसीलिए इसे हनी प्लांट भी कहा जाता है। यह शरीर में बिना किसी दुष्प्रभाव के मीठे की कमी को पूरा करके, रक्त में चीनी की मात्रा, कोलेस्ट्राल एवं रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें शामिल लहसुन, , औषधीय गुणों से परिपूर्ण है जो कई बिमारियों में अमृत साबित होता है।
तो दोस्तों, आईएमसी के इन बेहतरीन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करके आप मधुमेह रहित स्वस्थ ज़िन्दगी का आनंद उठा सकते हैं। आज ही आईएमसी के यह बेहतरीन आयुर्वेदिक उत्पादों, शुगर अवे रस और टैबलेट्स, हर्बल नीम प्योर टैबलेट्स और स्टीविआ फोस जैसे चमत्कारी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना शुरू करें और अपनी स्वस्थ ज़िन्दगी में खुशियों की मिठास का आगाज़ करें ।