अप्राकृतिक कोल्ड ड्रिंक्स से बचें ,Cold Drink Ke Nuksan

अप्राकृतिक कोल्ड ड्रिंक्स से बचें

अप्राकृतिक कोल्ड ड्रिंक्स से बचें

भारतीय संस्कृति को सर्वोच्च स्थान मिला है, उसके पीछे ऋषियों की दिव्य, विवेकपूर्ण दृष्टि से बनाए गए वे नियम थे, जिनमें शरीर, मन और आत्मा को स्वस्थ सबल कैसे रखें; इस विषय पर पूरा ध्यान था। उन्होंने खान-पान, रहन-सहन के जो नियम बताए थे, वे आज भी मान्य ही नहीं, विज्ञानसम्मत भी हैं।


आज हम कोल्ड ड्रिंक्स के नाम पर विशुद्ध रूप से जहरीले और हानिकारक रसायनों को पेट के अंदर पहुँचाकर न तो शरीर को शीतलता प्रदान कर रहे हैं, न पोषक तत्त्वों की पूर्ति । इसे हम समझदारों की नासमझी ही कह सकते हैं।


पढ़े-लिखे प्रबुद्ध समाज में कोल्ड ड्रिंक्स संस्कृति पनपने के पीछे डिब्बाबंद, बोतलबंद और पैकेटबंद खाद्यों के प्रति बिना सोचे-समझे आकर्षित हो जाना है। जिसका विज्ञापन होता है, वही वस्तु बाजार में धड़ल्ले से बिकती है। विज्ञापनों और चकाचौंध की दुनिया छोड़कर जरा सोचिए । कोल्ड ड्रिंक की सत्यता क्या है ? 


अहमदाबाद के कंजूमर एजूकेशन एंड रिसर्च सेंटर की प्रयोगशाला में जाँच के अंतर्गत जिन जहरीले एवं प्राणघातक रसायनों को पाया गया था। उनका विवरण इस प्रकार है-


(1) कार्बन-डाइऑक्साइड

(2) कैफीन

(3) मिथाईल बैंजीन

(4) पोटैशियम सारवेट

(5) फास्फोरिक एसिड

(6) लेड एसीटेट

(7) सोडियम बेंजोएट


उपर्युक्त सभी रसायनों का हमारे स्वास्थ्य पर अत्यंत

घातक दुष्प्रभाव पड़ता है। सबसे अधिक चौंकाने वाला तथ्य यह है कि कोल्ड ड्रिंक में विटामिन, खनिज लवण (मिनरल्स) या पोषक तत्त्व नहीं होते, फिर भी हम यह जहर, वह भी ऊँचे दामों पर खरीदकर क्यों पी रहे हैं ? कोरोनाकाल ने सबका ध्यान इम्युनिटी की ओर खींचा परंतु यह भी जानना जरूरी है कि शहरी सभ्यता के खान- पान का यह तरीका इम्युनिटी कमजोर कर रहा है।

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ध्यान देने योग्य तथ्य-

(1) हमारे स्वास्थ्य के लिए क्षारीय भोजन या पेय ही लाभदायक होता है। पीने का पानी जिसका Ph मान 7 के आस-पास होना चाहिए, जबकि कोल्ड ड्रिंक का Ph मान 3.4 होता है। अतः अत्यंत अम्लीय (तेजाबी)। यह तेजाब जब शरीर के अंदर जाता है तो आँतों, हड्डियों, पाचन संस्थान, किडनी, लिवर आदि महत्त्वपूर्ण अंगों को बुरी तरह कमजोर बनाता है। कोल्ड ड्रिंक्स में कोई विटामिन या खनिज लवण (पोषक तत्त्व) नहीं होने से यह बेहद हानिकारक पेय पदार्थ है।

(2) इसमें Co, (कार्बन-डाइऑक्साइड) जहरीली गैस, जिसे शरीर बाहर निकालता है, वह Co, कोल्ड ड्रिंक में डाली जाती है, जिसे पीने के बाद शरीर इसे नाक और मुँह के माध्यम से जल्दी बाहर निकालता है। यदि Co, अंदर से बाहर न निकल पाए तो यह मृत्युकारक है।

(3) इसमें फास्फोरिक एसिड है, जो इतनी तीव्रता वाला तेजाब है कि मनुष्य के जो दाँत अग्नि में नहीं जलते, जमीन में बीस साल तक नष्ट नहीं होते, वे दाँत यदि कोल्ड ड्रिंक में डाल दिए जाएँ तो 20 दिनों में पूरी तरह घुल जाते हैं।

(4) बहुत ही कम मूल्य (10 प्रतिशत मूल्य) में तैयार होने वाली कोल्ड ड्रिंक 90 प्रतिशत मुनाफा में बिकती है, जिसमें विक्रेता को तो धन-लाभ होता है परंतु क्रेता को जो आर्थिक, शारीरिक और मानसिक नुकसान होता है, यह कभी सोचा है? कैंसर जैसी जानलेवा व्याधियों ने कितनों की जिंदगी नष्ट कर दी होगी।


सुबह का भूला शाम तक घर लौट जाए तो उसे भूला नहीं कहते हैं। आज से जागें और कोल्ड ड्रिंक को छोड़ें।


कोल्ड ड्रिंक का विकल्प - आम का पना, दही की लस्सी, दूध की लस्सी, मठा-छाछ, नीबू-पानी, नीबू का शरबत, संतरे का रस, मौसमी का रस, खीरे का रस, तरबूजे का रस इनमें ढेर सारे पोषक तत्त्व एवं गरमी से बचाने के गुण भी हैं, इन्हें अपनाइए और स्वस्थ एवं प्रसन्न रहिए।



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