प्रो हार्ट क्या व कैसा होता है ?
हृदय रोगों का जोखिम कम करने के लिए 7 सुझाव |
हृदय रोगों का जोखिम कम करने के लिए 7 सुझाव
हृदय, मानव शरीर का एक अत्यन्त महत्वपूर्ण अंग है। यह लगभग मुट्ठी के आकार वाला एक पेशीय अंग होता है। यह एक पंप की तरह काम करता है, जो शरीर के सभी भागों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से युक्त रुधिर की आपूर्ति करता है। रूधिर वाहिकाएं शरीर के राजमार्ग होती हैं, जिनसे होकर रूधिर हृदय से शरीर के प्रत्येक अंग तक तेजी से और सुचारु ढंग से जाता है और फिर वापस आता हैं। रूधिर वाहिकाएं तीन प्रमुख प्रकार की होती है धमनिया, कोशिकाएं और शिराएं।
धमनियों में प्लाक (वसायुक्त पदार्थ, कैल्शियम या क्षतिग्रस्त ऊतक) बनने पर भितिया संकरी हो जाती है जो हृदय तक पर्याप्त रुधिर पहुंचने में बाधा डालती है धमनियों की मितियों पर प्लाक बनने की प्रक्रिया एथेरोस्क्लेरो कलाती है।
अगर रूधिर का थक्का बन जाता है, तो प्लाक रुधिर के प्रवाह को पूरी तरह से रोक सकता है जिसके परिणामस्वरूप हार्ट अटेक या स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
दबाने या निचोड़ने जैसा दर्द, जो प्रायः सीने में ब्रेस्ट बोन (पसलीं) के नीचे उत्पन्न होता है लेकिन यह कभी-कभी को हाथ, गर्दन जबड़े पीठ या पेट के ऊपरी भाग में भी होता है, जिसे भ्रमवश अपच या सीने की जलन समझा जा सकता है।
तनाव, आयु, लिंग, हाइपरटेशन या उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर धूम्रपान, शराब का अधिक सेवन, पारिवारिक इतिहास, मोटापा, डायबिटीज और वायु प्रदूषण आदि कुछ प्रमुख कारण है, ओ हृदय रोगों का जोखिम बढ़ाते हैं।
हृदय रोग के कुछ सबसे सामान्य लक्षण ये हैं:
• सांस उखड़ना
• पेल्पिटेशन (हृदय की धड़कन अनियमित होना)
• धडकन तेज़ी से चलना
• कमजोरी या सिर चकराना
• मतली महसूस होता और पसीना आना
• अत्यधिक कमजोरी और दुश्चिंता
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्टों के अनुसार, हृदय वाहिनियों के रोग (कार्डियोवैस्क्युलर रोग (CVD) विश्व में मौतों का सबसे सामान्य कारण है। 2016 में विश्वस्तर पर सभी मौतों में से लगभग 31% CVD के कारण हुई। 1990 से 2016 तक, भारत में CVD के कारण मृत्यु दर में 34% की बढ़ोत्तरी हुई, जबकि इसी अवधि में अमेरिका में मृत्यु दर में 41% की गिरावट आई।
हृदय रोगों का जोखिम कम करने के लिए 7 सुझाव:
धुआं मुक्त जीवन जिए
अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो छोड़ दें।
अपने रक्तचाप पर निगाह रखें
अपना रक्तचाप 120/80 मिमी Hg के आस-पास बनाए रखें।
अपना भार स्वस्थ बनाए रखें
बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 25 से कम रखने का लक्ष्य बनाएं।
अपना ब्लड शुगर नियंत्रित रखें
फास्टिंग ग्लुकोज 100 mg / dL से 7 कम रखने का लक्ष्य बनाएं।
अपने कोलेस्ट्रॉल पर निगाह रखें
टोटल कोलेस्ट्रॉल 100mg / dL से कम रखने का प्रयास करें।
सक्रियता बनाए रखें
प्रति सप्ताह 150 मिनट मध्यम तीव्रता वाली गतिविधि जैसे कि तेज़ चलना (या 75 मिनट तक अधिक तीव्रता वाली गतिविधि)।
हृदय के लिए स्वास्थ्यप्रद आहार लें
सब्जियां, फल, साबुत अनाज और मछली खाएं। नमक, संतृप्त वसा (सैचुरेटेड फैट) और चीनीयुक्त चीज़े कम करें।