तुलसी का पर्यावरण पर प्रभाव और महत्व
भारतीय दर्शन में तुलसी का पौधा एक पवित्र पौधा माना जाता है तुलसी के पौधे को हर एक भारतीय द्वारा पूजने के लिए अपने आंगन में लगाया जाता है और तुलसी के पौधे को तुलसी मां समझ कर पूजा किया जाता है यज्ह तो इसका भारतीय दर्शन में महत्व है किंतु वैज्ञानिक तौर पर भी सिद्ध हो चुका है कि तुलसी के पौधे में अत्यधिक मात्रा में औषधि गुण भी पाए जाते हैं।
तुलसी के पौधे में निम्न गुणवत्ता पाई जाती है:-
1. Anticancer Property
2.प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति
3.प्रचुर मात्रा में anti-inflammatory गुण
4.एंटीबैक्टीरियल प्रकृति
5.एंटीवायरल और एंटी डिजीज
6.एंटीफंगल एंड एंटीसेप्टिक
7.एंटी रेडिएशन
8.एंटी एलर्जीक
इसके अतिरिक्त दोस्तों विटामिन ए और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
पर्यावरण के लिए तुलसी का पौधा एक बेहतरीन सहयोगी मित्र की भांति होता है क्योंकि यह ऑक्सीजन उत्पन्न करता है जिससे पर्यावरण के हानिकारक तत्व को नियंत्रित करके ऑक्सीजन प्रसारित करने में बहुत ही ज्यादा मददगार होता है तुलसी का पौधा आंगन में लगाने से इसके गुणों के कारण मच्छर मक्खियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है शरीर में हुए ऑक्सीजन लेवल को कम करने में भी यह काफी मददगार है इसका उपयोग किसी भी प्रकार की वायरल फीवर पर नियंत्रण करने पर भी किया जा सकता है इसके लगातार उपयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता को तीव्रता से विकसित किया जा सकता है इसके अतिरिक्त यह हमारे कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने में भी काफी मददगार होता है जिससे हमारे हृदय संबंधित विभिन्न विकारों को रोका जा सकता है आमतौर पर हार्ट अटैक जैसी भयानक समस्या पर नियंत्रण करने पर यह मददगार है इसके उपयोग से हम अपने शरीर में बढ़े हुए मोटापे पर नियंत्रण पा सकते हैं।
वातावरण में तुलसी के पौधे के प्रभाव के कारण ही कई प्रकार के हानिकारक वायरस और बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। तुलसी का पौधा जैविक तौर पर नेचुरल ऐनायन की उत्पत्ति करता है जिस कारण से उत्पन्न हुए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन को यह नियंत्रित करने में बहुत ही ज्यादा उपयोगी होता है वर्तमान में विकसित आधुनिक समय की मांग के अनुसार नई तकनीकी अविष्कार हो रहे हैं जिसके चलते रेडिएशन भी बढ़ रहा है अगर हम ज्यादा मात्रा में इस पौधे को लगाकर इसकी पत्तियों का सेवन भी करते हैं तो इससे हमारे शरीर के रेडिएशन लेवल को कम किया जा सकता है।
क्या तुलसी का अर्क पीने से फायदे होते हैं?
दोस्तों जितने फायदे तुलसी के पत्ते के सेवन से नहीं होते उससे भी कई गुना ज्यादा फायदे तुलसी के अर्क का सेवन करने से होते हैं आमतौर पर तुलसी के पत्तों को सीधे खाने से इसके उतने ज्यादा फायदे हमें नहीं मिल पाते हैं किंतु अगर इसका अर्थ निकालकर सेवन किया जाए तो इसके होने वाले फायदों का अत्यधिक लाभ उठाया जा सकता है और इसीलिए आईएमसी नाम की इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन ने तुलसी के अर्क पर रिसर्च करने के पश्चात तुलसी का लिक्विड फॉर्म तैयार किया है जिसे डब्ल्यूएचओ ने भी अब प्रमाणित कर दिया है अगर इस अर्क का सेवन कोई व्यक्ति नियमित रूप से करता है तो उसे कई प्रकार की बीमारियों पर नियंत्रण करने में सहूलियत होती है।