आयुर्वेद हमारे शरीर पर कैसे कार्य करता है? || IMC आयुर्वेदिक प्रोडक्ट हमारे शरीर पर कैसे काम करेंगे।

 


 दोस्तों आज की इस पोस्ट में मैं आपको विश्व की प्रचलित ऐतिहासिक विश्व प्रसिद्ध पद्धति आयुर्वेद के कार्य करने के तीन चरणों की जानकारी आपको दूंगा जो शायद ही आपको किसी ने बताई होगी तो इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।

  • पहला चरण शरीर की सफाई करना
  • दूसरा चरण बीमारी को खत्म करना
  • तीसरा चरण शरीर की सुरक्षा कवच को मजबूत बनाना


शरीर की सफाई करने का पहला चरण 

दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं आयुर्वेद किसी भी प्रकार की बीमारी पर कार्य करने से पहले वह अपने इस आधारभूत कार्य को सबसे पहले करता है इस कार्य में वह शरीर के सालों से बढ़ रहे हानिकारक तत्व का निकालने का कार्य करता है क्योंकि दोस्तों आयुर्वेद जड़ से काम करता है और सबसे पहले वह हमारे शरीर में मांसपेशियों के भीतर उत्तक को और उन उसको के भीतर कोशिकाओं के अंदर तक उत्पन्न हुई सभी प्रकार की हानिकारक गंदगी को खत्म करता है।कुछ लोग जब आयुर्वेद के उपयोग के प्रथम चरण में होते हैं तो उन्हें लगता है कि यह हमारे शरीर में किसी प्रकार का फायदा नहीं कर रहा है किंतु जैसा जाप जानते हैं आयुर्वेद जड़ से कार्य करता है और यह बीमारी को हमेशा के लिए खत्म करता है ऐसे में हमें इस तथ्य को जानने की परम आवश्यकता है।दोस्तों इस चरण में आयुर्वेद जब हमारे शरीर पर कार्य करता है तो वह इसके लिए 15 से 30 दिनों का समय शरीर की सफाई को पूरा करने के लिए लेता है। आईएमसी आयुर्वेदिक उत्पादों को इस्तेमाल करते समय हमें पता होना चाहिए कि यह प्रथम चरण में हमारे शरीर के अंगों के भीतर उत्पन्न हुई सालों की गंदगी को यह विभिन्न शारीरिक निकासी क्रियाओं जैसे मस्तिष्क की गंदगी सर्दी से फेफड़ों की गंदगी कफ से पेट की गंदगी मल व मूत्र से वाह कोशिकाओं व मांसपेशियों की गंदगी को पसीने से बाहर कर देता है और यह आयुर्वेद का एक आधारभूत चरण होता है।


बीमारी को खत्म करने का दूसरा चरण

दोस्तों इस चरण में आयुर्वेदिक औषधि या किसी भी प्रकार की जड़ी बूटी युक्त इलाज कराने पर आपके शरीर की बीमारी शरीर की सफाई होने के बाद ही खत्म होती है और शरीर की सफाई करने में लगभग 15 से 30 दिन लग जाते हैं इसके पश्चात यह मुख्य बीमारी पर कार्य करने के चरण की ओर अग्रसर होता है और मुख्य बीमारी को खत्म करने के लिए करीबन 15 से 20 दिन का समय और लग जाता है इस दौरान कई लोग आयुर्वेदिक औषधियों का इस्तेमाल करते समय संतुष्टि नहीं रख पाते हैं और वह बीच में ही आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल बंद कर देते हैं।और वे मुख्य बीमारी को खत्म करने से पहले ही हार मान जाते हैं इसलिए आप लोग इस चरण को याद रखें कि आप बीमारी को खत्म करने के लिए अगर अवधी ले रहे हैं तो आपको कुल समय डेढ़ से 2 महीने का होना चाहिए। आयुर्वेद विश्व की एकमात्र भयंकर बीमारी को खत्म करने में सक्षम होता है। और आपको ज्ञात हो जाएगी कैंसर जैसी भयानक बीमारी का उपचार सिर्फ शत-प्रतिशत आयुर्वेद के पास है।


शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का तीसरा चरण

दोस्तों आयुर्वेद के इस तीसरे चरण में आपको बता दूं तीसरे चरण में आयुर्वेद पिछले दो चरणों में शरीर की सफाई और रोग को दूर करने के पश्चात शरीर के सुरक्षा दायरे को बढ़ा देता है यानी कि आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता जिसे अंग्रेजी में इम्यून पावर बोला जाता है इसको तेजी से विकसित करने में सबसे अहम भूमिका निभाता है और इस चरण में अगर आपके शरीर का सुरक्षा कवच मजबूत हो जाता है तो आने वाले समय में आपको मुख्य बीमारी तो होगी नहीं और अन्य जो बीमारियां आने वाले समय में होने वाली थी वह भी हमेशा के लिए खत्म हो जाती है । आप जानते हैं कि 2020 में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस बड़ा महामारी का वायरस के रूप में प्रचलित हो गया और करोड़ों लोगों की जिंदगी में 4 महीनों के भीतर भूचाल ला दिया और इसके पीछे कहीं ना कहीं हमारा इम्यूनिटी पावर कमजोर होना सबसे बड़ा कारण था और आयुर्वेद इम्यूनिटी पावर को मजबूत बनाने में एक सबसे अहम भूमिका निभाता है।


Post a Comment

Previous Post Next Post